The Ultimate Guide To वैष्णव धर्म
The Ultimate Guide To वैष्णव धर्म
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(“inconceivable duality and nonduality”), the belief that the relation involving God and the earth is over and above the scope of human comprehension. In combination with these philosophical sects, all kinds of other Vaishnava teams are scattered all through India, often centred in local temples or shrines.
कि सभी धर्मों को छोङकर एकमात्र मेरी शरण में आओ, मैं तुम्हें सभी पापों से मुक्त करुँगा।
वैष्णव दाह संस्कार (मृत शरीर को जलाने) की रीति हैं.
वैष्णव साधुओं को आचार्य, संत, स्वामी, महात्मा आदि कहा जाता है.
बहुतेक वैष्णव संप्रदायतील मुख्य कल्पना एकाच प्रकारचे आहेत.
सुर नर मुनिजन सेवत, श्रीपति अवतारी।। ओउम जय।।
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भारत की गौशालाएं – स्थिति, सेवा और चुनौतियां
बल्लभचार्य ने रामानुज, मध्यवार्य आदि अन्य वैष्णव धर्माचार्यों के मत को स्वीकार न करके अद्वैत मत का समर्थन किया। उन्होंने बतलाया कि यह सृष्टि दो प्रकार की है। जीवात्मक और जड़। हम विश्व में जो more info कुछ देखते हैं व चैतन्य है अथवा जड़ या इन दोनों का सम्मिश्रण। इन तीनों के द्वारा संसार में अनेक दृश्य दिखलाई देते हैं। पर इसका यह अर्थ नहीं समझना चाहिए कि कोई वस्तु नष्ट हो जाती है। ब्रह्माण्ड में जो परमाणु हैं उनका नाश कभी नहीं होता। जिसे लोग नाश होना समझते हैं वह वास्तव में रूपांतर होता है। बल्लभाचार्य ने अपने सिद्धान्त के समर्थन के लिए वेद और उपनिषद् के प्रमाण दिये और वास्तव में उनका सिद्धान्त बहुत ऊंचे दर्जे का और ज्ञानमय है।
वैष्णव धर्म का दृष्टिकोण सार्वजनिक और व्यापक था गीता के अनुसार मोक्ष प्राप्ति के लिए तपस्या और सन्यास अनिवार्य नहीं है मनुष्य गृहस्ती में रहते हुए भी मोक्ष को प्राप्त कर सकता है
सर्वप्रथम किस उपनिषद में कृष्ण का उल्लेख देवकी-पुत्र और अंगिरस के शिष्य के रूप में मिलता है – छांदोग्य उपनिषद्
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the varied sects of worshippers of Vishnu pray to him in different ways. For some, the purpose of religious devotion (
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